SUCCESS STORIES

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शरण ने मेरे आत्मनिर्भर बनने के सफर को मजबूत आधार दिया।

"मैंने ब्यूटीशियन का कोर्स किया था और दूसरों की पार्लर में काम करके अच्छा कमा रही थी, लेकिन मन में था कि खुद का कुछ शुरू करूं। जब मैंने अपने खुद के लेडीज़ एंड जीन्स पार्लर की शुरुआत की, तो शुरुआत में बहुत दिक्कतें आईं — दुकान खोलने के लिए जगह नहीं मिल रही थी और ग्राहक भी कम आते थे।

तभी शरण माइक्रो फाइनेंस ने मेरी मदद की। उन्होंने मुझे ₹1 लाख का आसान लोन दिया, जिससे मैंने दुकान की सेटिंग की और धीरे-धीरे ग्राहक बढ़ने लगे। आज मेरी मासिक कमाई ₹30,000 तक पहुंच गई है और मैंने अपने पार्लर की कई ब्रांच भी खोल ली हैं।

मैंने अपना लोन समय पर चुका दिया है और अब अपने व्यापार को दूसरे इलाकों में भी फैलाने की योजना बना रही हूँ। शरण ने मुझे सिर्फ आर्थिक मदद नहीं दी, बल्कि आत्मनिर्भरता और पहचान भी दी।"

लता गहलोत

स्वरोजगार: लेडीज़ एंड जीन्स पार्लर संचालिका

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शरण माइक्रो फाइनेंस ने मेरे सपनों को उड़ान दी और मुझे आत्मनिर्भर बनाया।

"मैं पहले एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी करती थी जहाँ मुझे केवल ₹5000 महीना मिलते थे। खुद का कुछ शुरू करने का सपना था, लेकिन पूंजी की कमी और सीमित साधनों की वजह से हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी। तभी मेरा साथ दिया शरण माइक्रो फाइनेंस ने।

उन्होंने आसान किश्तों में लोन दिया जिससे मैंने धीरे-धीरे अपने पार्लर को बढ़ाया। आज मैं ₹20,000 से ज्यादा की मासिक कमाई कर रही हूँ और आत्मनिर्भर महसूस करती हूँ। मेरी पहचान, मेरा आत्मविश्वास और मेरी जीवनशैली — सब कुछ शरण माइक्रो फाइनेंस की वजह से बेहतर हुआ है।

शरण मेरे जैसे सैकड़ों महिलाओं के लिए सिर्फ एक संस्था नहीं, बल्कि एक मजबूत सहारा है जो हमें आगे बढ़ने की हिम्मत देता है। मैं हमेशा आभारी रहूँगी।"

प्रतीमा यादव

स्वरोजगार: लेडीज़ ब्यूटी पार्लर

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शरण माइक्रो फाइनेंस ने मेरे जैसे गृहिणी को भी व्यवसायी बना दिया।

"कभी मैं सिर्फ एक गृहिणी थी — कोई आमदनी नहीं, कोई स्वतंत्रता नहीं। लेकिन जब मैंने दूसरी महिलाओं को अपना काम करते देखा, तो मेरे मन में भी इच्छा जागी कि मैं भी कुछ करूं। समस्या थी फंड की — दुकान खोलने के लिए पैसे नहीं थे, और ग्राहक भी नहीं आ रहे थे।

शरण माइक्रो फाइनेंस ने मेरी जरूरत को समझा और मुझे दो बार में कुल ₹1.2 लाख का लोन दिया। उनके समर्थन से मैंने किराना और स्टेशनरी की दुकान शुरू की। आज मैं हर महीने करीब ₹18,000 कमाती हूँ और आत्मविश्वास से अपना व्यवसाय संभालती हूँ।

मैं अब अपने व्यवसाय को कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम तक बढ़ाने की योजना बना रही हूँ — और मुझे पता है कि शरण एक बार फिर मेरे साथ खड़ा होगा। शरण मेरे लिए सिर्फ एक संस्था नहीं, एक प्रेरणा है।"

ब्रज शर्मा

स्वरोजगार: किराना एवं स्टेशनरी दुकान

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शरण माइक्रो फाइनेंस ने मेरे सपने को संस्थान का रूप दिया।

"मैं कई वर्षों तक एक कंप्यूटर संस्थान में ₹6000 की सैलरी पर काम करती थी। अनुभव तो था, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी कि कुछ अपना शुरू करूं। फिर मैंने ठान लिया कि अब खुद का कंप्यूटर इंस्टिट्यूट खोलूंगी। लेकिन जैसे ही शुरुआत की, कोविड आ गया — स्टूडेंट्स कम हो गए और आमदनी रुक गई।

उस मुश्किल समय में शरण माइक्रो फाइनेंस ने मुझे आर्थिक सहारा दिया। उन्होंने ₹90,000 का आसान लोन दिया और सलाह भी दी कि मैं नए सिस्टम खरीदूं जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। आज मेरा संस्थान फिर से चल पड़ा है और मैं हर महीने ₹23,000 तक कमा रही हूँ।

अब मेरा सपना है कि मैं अपने इंस्टिट्यूट के लिए खुद का फ्लैट खरीदूं और और भी बच्चों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ूं। शरण की मदद ने मुझे सिर्फ व्यवसाय नहीं दिया, बल्कि आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास भी दिया।"

वीना शुक्ला सिरोठिया

स्वरोजगार: कंप्यूटर शिक्षा संस्थान संचालिका